पंजाब किंग्स (PBKS) का 2025 के आईपीएल सीजन में शीर्ष दो में पहुंचने का प्रेरक सफर, कप्तान श्रेयस अय्यर और मुख्य कोच रिकी पोंटिंग के एकीकृत दृष्टिकोण और मजबूत नेतृत्व से प्रेरित है। यहां मुख्य बातों का विवरण दिया गया है:

1. केंद्रित मानसिकता: “शीर्ष दो में रहना आधा काम पूरा हो जाना है”
श्रेयस अय्यर ने टीम को संदेश दिया कि केवल योग्यता प्राप्त करना ही लक्ष्य नहीं था; शीर्ष दो में रहना खिताब जीतने के बेहतर अवसर के लिए महत्वपूर्ण था।
इस बात को पोंटिंग ने भी दोहराया, जिन्होंने जश्न के बावजूद खिलाड़ियों को जमीन पर रखा, और दोहराया कि अंतिम लक्ष्य – आईपीएल खिताब जीतना – अभी भी बाकी है।
2. संस्कृति और टीम एकता
PBKS के एक प्रमुख खिलाड़ी शशांक सिंह ने पोंटिंग और अय्यर द्वारा स्थापित टीम संस्कृति की प्रशंसा की।
स्टार खिलाड़ियों से लेकर सहयोगी स्टाफ, बस ड्राइवर सहित हर व्यक्ति का सम्मान करने पर जोर दिया गया, जिससे एक देखभाल करने वाला, एकीकृत वातावरण बना।
3. विश्वास और अभिव्यक्ति
शशांक के अनुसार, टीम ने शुरुआती योजना, कई प्रशिक्षण शिविरों और जीतने में सामूहिक विश्वास के माध्यम से शुरुआत से ही सफलता हासिल की।
“विश्वास करना एक और बात है” एक मुख्य सिद्धांत था – उन्होंने सिर्फ़ सपने नहीं देखे बल्कि उसे हासिल करने के लिए लगातार काम किया।
4. श्रेयस और पोंटिंग का नेतृत्व
दिल्ली कैपिटल्स में पहले देखी गई उनकी साझेदारी ने एक बार फिर से रंग दिखाया है।
खिलाड़ियों को सशक्त बनाने और टीम के सामंजस्य को बढ़ावा देने के लिए श्रेयस की कप्तानी की प्रशंसा की गई है।
पोंटिंग की कोचिंग को परिवर्तनकारी माना गया है, खासकर टीम की मानसिकता और संस्कृति को नया रूप देने में।
5. अगला लक्ष्य: 3 जून
PBKS के लिए, अंतिम चरण IPL खिताब जीतना है, शशांक ने घोषणा की कि असली जश्न तभी उचित होगा जब वे 3 जून को ट्रॉफी उठाएंगे।
सारांश:
पंजाब किंग्स का उदय सिर्फ़ मैदान पर सफलता के बारे में नहीं है, बल्कि दूरदर्शी नेतृत्व, संस्कृति-निर्माण, विश्वास और कड़ी मेहनत का परिणाम है। यह परिवर्तन की कहानी है – एक टीम जो एकता और महत्वाकांक्षा के साथ पुनर्जन्म लेती है।
